यौन सुख, शक्ति बढ़ाने और यौन भावनाओं को उत्तेजित करने के लिए मनुष्य शुरू से ही सपने देखता रहा है। बुरी संगत, बचपन में की गई गलतियाँ, अत्यधिक, अप्राकृतिक (हस्तमैथुन) सेक्स के कारण पुरुषों के लिंग का आकार छोटा हो जाता है। इन पुरुषों के लिए आयुर्वेद के विद्वानों ने जड़ी-बूटियों पर वर्षों तक शोध करके अनमोल तिल शहंशाही का निर्माण किया है। इन स्थितियों में यह तेल लाभदायक है।
1. लिंग का टेढ़ापन, ढीलापन, टेढ़ापन, शक्ति की कमी, कमजोरी।
2. अविकसित लिंग, सामान्य से छोटा आकार, पुरानी नपुंसकता और सुस्ती।
3. हस्तमैथुन के कारण नीली नसें उभरना।
4. शीघ्रपतन (संयम की कमी), रात्रि में वीर्यपात।
5. जोश की कमी, ठंडापन, सेक्स की इच्छा न होना।
6. बहुत प्रयास के बाद भी लिंग में उत्तेजना की कमी या उत्तेजना के बाद लिंग का मुरझा जाना, रक्त संचार कम होना, धातु रोग।
7. संभोग के दौरान लिंग का मुरझा जाना।
8. संभोग में संतुष्टि की कमी, संभोग के दौरान लिंग में कठोरता और दृढ़ता की कमी।
9. किसी भी कारण से नसों में कमजोरी।